मोहिनी एकादशी 2023 : प्रत्येक वर्ष कई ग्रहण होते हैं। इनमें सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण शामिल होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन ग्रहणों का कारण क्या होता है ? वैज्ञानिकों ने ग्रहण लगने के कई कारणों को समझाया है , लेकिन हिन्दू मान्यताओं के अनुसार , इन ग्रहणों का सीधा संबंध समुद्र मंथन की पौराणिक कथाओं से भी जुड़ा है। ग्रहण एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है जो हमारे बाह्य वातावरण के साथ - साथ हमारे आंतरिक मन पर भी अपना गहरा असर डालती है। यूं तो ग्रहण का आना एक साधारण खगोलीय घटना है पर यदि यह ग्रहण किसी खास दिन पर पड़ जाए तो इसका हमारे जीवन पर लम्बा और स्थायी असर पड़ता है। ऐसा ही एक दिन है - मोहिनी एकादशी का दिन। मोहिनी एकादशी का सीधा सम्बन्ध ग्रहण से है। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी है क्यूंकि आने वाले कुछ महीने हमारे जीवन में इसी ग्रहण के कारण फेरबदल कर सकते हैं। आइये जानते हैं इसके विषय में पूरी जानकारी। मोहिनी एकादशी- इस एकादशी का है सम्बन्ध ग्रहण से इस एकादशी का संबंध ग्रहण से होता है। हर महीने शुक्लपक्ष और कृष्णपक्ष में दो-दो एकादशी तिथियां होती हैं और साल में 24 या 26 एक